Tagore in hindi. रवीन्द्रनाथ टागोर जीवनी 2022-10-24
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राजाधिराज रविन्द्रनाथ टागोर (Rabindranath Tagore) भारत के एक महान कवि, साहित्यकार, संगीतकार और नेता थे। उनकी जन्म माह अगस्त 1861 में कोलकाता में हुई थी। उन्होंने अपने जीवन में अधिकतर समय कोलकाता और श्रीदेवी में बिताया। उनकी बहुत सी कविताएं, गीत, और नाटक हैं जो आज भी प्रसिद्ध हैं।
टागोर ने 1901 में अपनी पहली कहानी "नवभारती" जारी की थी जो उनकी स्थापना थी। उनके अनुसार, नवभारती एक विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हुआ। टागोर के अन्य कहानियां और उपन्यास भी हैं जैसे गोपालदास, जीवनचर्चा, श्रीशेखर, और संगीतों की संग्रह। उनके कविता
रवीन्द्रनाथ टागोर जीवनी
जहाँ उन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से कई प्रसिद्ध कवियों का ध्यान अपनी ओर खींचा. और इसलिए इसके प्रति उनमें और अधिक नफरत विकसित हुई. टैगोर का प्रारंभिक उद्देश्य साम्राज्यवाद को खत्म करना था, लेकिन कुछ समय बाद उन्होंने यह महसूस किया कि साम्राज्यवाद उनकी विचारधारा से अधिक शक्तिशाली है. वहां पेड़ के नीचे कक्षाएं आयोजित की जाती थी वहां पारंपरिक रूप से गुरु — शिष्य के तरीके का पालन करते हुए शिक्षा प्रदान की जाती थी. वे 3 साल तक कोमा में ही रहे थे। इस पीड़ा की विस्तृत अवधि के बाद 7 अगस्त, 1941 को उनका अवसान हो गया. जी की रचनाओं को पढ़ने के बाद हमारे मन में साहस और आत्मबल की प्रेरणा आती है। निष्कर्ष रवींद्रनाथ टैगोर जी के पूरे जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जीवन में कोई भी कार्य अगर करना हो तो उसके प्रति हमें सदैव सचेत रहना आवश्यक होता है। मानव अगर चाहे तो किसी भी असंभव कार्य को अपनी इच्छा मात्र से एवं उसके प्रति सहज रहकर अपनी सफलता को प्राप्त कर सकता है। मैं उम्मीद करता हूँ कि मेरे द्वारा शेयर की गई यह जानकारी रविंद्र नाथ टैगोर का जीवन परिचय Rabindranath Tagore ka Jeevan Parichay पसंद आई होगी, इनसे आगे शेयर जरूर करें। आपको यह जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। यह भी पढ़े. यह हवेली rabindranath tagore family के पैतृक घर थी.
इंग्लैंड में उनके प्रवास के दौरान उन्हें समर्थन देने के लिए उनके साथ उनके परिवार के अन्य सदस्य जैसे उनके भतीजे, भतीजी और भाभी भी शामिल हो गये. किन्तु इनकी पारंपरिक शिक्षा एक इंग्लैंड के सार्वजनिक स्कूल ब्राइटन, ईस्ट ससेक्स से पूरी हुई. इनके कुल 5 बच्चे हुए. अभिगमन तिथि 2 दिसंबर 2017. . उनकी पेंटिंग्स पूरे यूरोप में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई थी. पूरे भारत में बंगाली संस्कृति और साहित्य पर उनके प्रभावशाली प्रभाव के लिए जाने जाते थे.
उनके दुसरे भाई सत्येन्द्र नाथ जी भी एक सम्मानजनक स्थिति में थे. इन्हें बचपन में रवि नाम से जाना जाता था. सन 1912 में वे इंग्लैंड गए, वहां उन्होंने उनके ध्वारा किये गये रचनाओं को विलियम बटलर योर्ट्स, एज्रा पौण्ड, रोबर्ट ब्रिजेस, एर्नेस्ट राईस और थॉमस स्टर्ज मूर के साथ ही उस युग के प्रमुख लेखकों के समक्ष पेश किया. Woman in the novels of Shashi Deshpande: a study प्रथम संस्करण. सन 1902 में उनकी पत्नी की मृत्यु हुई. उस दौरान उन्होंने लेटिन अमेरिका, यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया का दौरा किया. अभिगमन तिथि 2 दिसंबर 2017.
इन्होने इस अवसर का उपयोग कर कई विश्व के नेताओं से भारतीयों और अंग्रेजों के बीच के मुद्दों पर चर्चा करने का भी प्रयास किया. जब वे इस यात्रा से वापस लौटे तब उन्होंने 1877 में मैथिलि शैली में एक बहुत लंबी कविता का निर्माण किया. उनकी मृत्यु जोरसंको हवेली में हुई जहाँ उन्हें लाया गया था. जिन्होंने सन 1884 में आत्महत्या कर ली थी. यहाँ पर एक प्रार्थना कक्ष था जहाँ का फर्श संगमरमर के पत्थरों का बना था. शेक्सपियर के कई कामों को अपने ही तरीके से सीखने की कोशिश करने लगे. अभिगमन तिथि 12 April 2016.
किन्तु वे बिना डिग्री लिए इसे बीच में ही छोड़ दिए. दुर्भाग्यवश, उसी दौरान उनकी पत्नी और उनके दो बच्चे मृत्यु को प्राप्त हो गये, जिससे वे बहुत दुखी हुए. जिसके कारण सन 1937 में वे कोमा में चले गये. अपने पिता की उस संपत्ति में एक प्रयोगात्मक स्कूल की स्थापना के विचार के साथ, उन्होंने सन 1901 में शान्ति निकेतन की नींव रखी और वहां एक आ श्रम की स्थापना की. उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान जैसे देशों में लेक्चर दिए. टैगोर जी का पूरा परिवार एक उत्साही कला प्रेमी था.
और अपनी माँ के निधन के बाद टैगोर जी की 2 बेटियों रेणुका और समिन्द्रनाथ का भी निधन हो गया. ये अपने माता — पिता की आखिरी संतान थे. अभिगमन तिथि १२ अप्रैल २०१६. किन्तु उस समय उनके ध्वारा किये गये कार्य बंगाली के साथ — साथ विदेशी पाठकों के बीच अधिक से अधिक लोकप्रिय होने लगे थे. इस घटना से उन्हें गहरा आघात पहुंचा, उन्होंने स्कूल में कक्षाएं छोड़ी और अपना अधिकांश समय गंगा में तैराकी करने और पहाड़ों के माध्यम से ट्रैकिंग करने में बिताया. एक प्रसिद्ध शास्त्रीय संगीत कवि कालिदास जैसे प्रसिद्ध लेखकों के कार्यों को पढ़ा और जाना. इसके बाद में उन्होंने लंडन यूनिवर्सिटी के कॉलेज में दाखिला लिया, जहाँ वे कानून की पढ़ाई के लिये गए थे.
Sharmila Tagore and Soha Ali Khan celebrate new year at Pataudi palace
सन 1920 से 1930 के दशक में उन्होंने दुनिया भर में बड़े पैमाने पर यात्रा की. जो कि बंगाल विभाजन के समय बहुत प्रसिद्ध था। रविंद्र नाथ टैगोर कलाकार के रूप में — इन्होने 60 साल की उम्र में ड्राइंग एवं पेंटिंग करना शुरू किया. वे उत्तरी न्यू आयरलैंड से सम्बंधित मलंगन लोगों की शिल्पकला से भी प्रभावित थे. इसलिए इन्हें घर की आया एवं घर के नौकरों ध्वारा पाला — पोसा गया था. दरअसल उनके पिता चाहते थे कि रबिन्द्र नाथ जी बैरिस्टर बने, इसलिए उन्होंने उन्हें सन 1878 में इंग्लैंड भेजा. सन 1883 में उन्होंने 10 साल की उम्र की मृणालिनी देवी के साथ विवाह किया. उनकी बहन स्वर्नाकुमारी एक प्रसिद्ध उपन्यासकार थीं.
Sharmila Tagore rings in the new year with Soha Ali Khan, Kunal Kemmu, Inaaya
मूल से 11 जून 2017 को. में उन्हें राजा जॉर्ज पंचम ने नाइटहुड की पदवी से सम्मानित किया था। १९१९ ई. पिता भी ज्यादातर समय घर से दूर रहते थे. उन्होंने क्षेत्रीय लोक एवं पश्चिमी दोनों ही भाषाओँ में थिएटर, संगीत, और साहित्य की शुरुआत कर दुनिया को अपने आप से रूबरू कराना शुरू किया. सन 1927 में, उन्होंने दक्षिणपूर्व एशियाई दौरे की शुरुआत की और कई लोगों को अपने ज्ञान और साहित्यिक कार्यों से प्रेरित किया.
टैगोर जी ने वहां आशा व्यक्त की आधुनिक विधि की तुलना में शिक्षण के लिए प्राचीन विधि में परिवर्तन फायदेमंद साबित हो सकता है. वह कनाडा के पश्चिमी तट से हैडा नक्काशी और मैक्स पेचस्टीन के वुडकट्स से भी काफी प्रभावित थे. ये कुल 13 भाई बहन थे. उनकी एक भाभी कादंबरी उनके करीबी दोस्त और विश्वासी थी. The Complete Poems of Rabindranath Tagore's Gitanjali: Texts and Critical Evaluation अंग्रेज़ी में. रामायण का अनुवाद किया था। विक्टोरिया ओकाम्पो — Rabindranath Tagore Biography 63 साल के रवींद्रनाथ टैगोर की दोस्ती अर्जेंटीना में 34 साल की महिला विक्टोरिया ओकॉम्पो से हुई, जिन्होंने कविराज रवींद्रनाथ टैगोर को कुशल पेंटर बना दिया, अपने संगीत में गुरुदेव ने अपनी इस विदेशिनी जिसे वो विजया कहते थे को एक खास जगह दी है. यात्रा में अमृतसर में से उन्होंने सिख धर्म के बारे में जानने के लिए मार्ग प्रशस्त किया, उस अनुभव ने 6 कविताओं और धर्म पर कई लेखों को लिखने में मदद की रविंद्र नाथ टैगोर की शिक्षा — Ravindra Nath Tagore —हालाँकि टैगोर जी की अधिकांश शुरूआती शिक्षा घर पर ही पूरी हुई थी.
रविंद्र नाथ टैगोर का जन्म Kolkata में हुआ था। 4. इनकी उम्र बहुत कम थी जब इनका अपनी माँ से साथ छूट गया. रविंद्र नाथ टैगोर की मृत्यु 7 August 1941 के दिन हुई थी। 2. नई दिल्ली: सरूप एण्ड सन्स. रविंद्र नाथ टैगोर का निधन 7 August 1941 के दिन हुआ था। Conclusion — मेरा यह आर्टिकल Rabindranath Tagore Biography बहुत अच्छी तरह से समज आया होगा। लेख के जरिये हमने रवींद्रनाथ टैगोर का शिक्षा दर्शन और rabindranath tagore or thakur से सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है। अगर आपको अन्य व्यक्ति के जीवन परिचय के बारे में जानना चाहते है। तो कमेंट करके जरूर बता सकते है। हमारे आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शयेर जरूर करे। जय हिन्द।. वहां से वे अंग्रेजी, इरिश और स्कॉटिश साहित्य और संगीत के सार को सीखने के बाद भारत वापस लौट आये इसके बारेमेभी जानिए :- रविंद्र नाथ टैगोर का शुरुआती करियर — इनके करियर की बात की जाये तो इन्होने बहुत कम उम्र में ही लिखना शुरू कर दिया था. उन्हें कवि कालिदास के अलावा अपने भाई बहनों से भी प्रेरणा मिली, उनके बड़े भाई ध्विजेन्द्र नाथ एक कवि एवं दार्शनिक थे.